छट्टी मयंक शर्मा पेटिंग प्रतियोगिता में 1500 प्रतिभागियो ने कैनवेस पर बिखेरी प्रतिभा, 55 स्कूलो ने लिया हिस्सा

विद्यार्थी ने पैरो से पेटिंग बनाकर सभी को दिया दृढ़ शक्ति का परिचय, मयंक फाऊंडेशन द्वारा विजेताओ को किया सम्मानित

फिरोजपुर, (जतिंदर पिंकल) मयंक फाऊंडेशन द्वारा विद्यार्थियो में छिपी प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से छट्टी मयंक शर्मा पेंटिंग कम्पीटिशन का आयोजन किया गया, जिसमें 55 सरकारी व प्राईवेट 55 स्कूलो के 1510 प्रतिभागियो ने हिस्सा लिया। फाऊंडेशन के संस्थापक दीपक शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता में एक स्पैशल विद्यार्थी ने हिस्सा लिया, जिसने पैरो से पेंटिंग बनाकर सभी का दिल जीत लिया। उन्होंने कहा कि तानिश ने अपने हुनर का प्रदर्शन करके दृढ् शक्ति का परिचय देते हुए सभी का मनमोह लिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता फाऊंडेशन के अध्यक्ष डा. अनिरूद्ध गुप्ता ने की। प्रतियोगिता में ब्रिगेडियर आशीष खुराना , डिस्ट्रिक गर्वनर नैक्सट रोटेरियन भूपेश मेहत्ता, समाजसेवी धर्मपाल बांसल, महिला समाजसेवी संजना मित्तल, रैडक्रास सचिव अशोक बहल, ब्रहकुमारी शिफाली, उद्योगपति संजीव गुप्ता, डा. विकास अरोड़ा, नायब तहसीलदार राकेश अग्रवाल, ईश्वर शर्मा, सुनीर मोंगा, मनजीत सिंह अन्य ने विशेषातिथि के तौर पर हिस्सा लिया। डा. अनिरूद्ध गुप्ता ने मंच पर सभी का अभिवादन किया और कहा कि कोविड-19 जैसी मुश्किल परिस्थितियो में भी फाऊंडेशन का यह काफिला चलता रहा था और तब इसी प्रतियोगिता में ऑनलाइन दस हजार प्रतिभागियो ने पूरे विश्व से हिस्सा लिया था।
प्रोजैक्ट कोआर्डीनेटर योगेश तलवार, दीपक नरूला, रूपिन्द्र सिंह, दिनेश चौहान और डा. बन्नी नंदा ने बताया कि प्रतियोगिता में आयु वर्ग के मुताबिक विभिन्न कैटागिरी बनाई गई थी, जिनमें पहली कैटागिरी में बच्चो का पसंदीदा कार्टून पात्र, शेयरिंग इज केयरिंग और माई ग्रीन वल्र्ड पर अपने भीतर छिपी प्रतिभा को कैनवेर पर उतारकर चित्र भर सकते थे। दूसरी कैटागिरी में कक्षा चौथी और पांचवी के छात्रो के लिए ग्रामीण जीवन और सेव प्लेनेट अर्थ थी। तीसरी श्रेणी में डिजिटल इंडिया, थिंक पीस , 20 वर्ष बाद पृथ्वी की थीम थी। उसी तरह कक्षा नौंवी से बाहरवी के बच्चो के लिए रोड़ सेफ्टी, पीस एंड वॉर, इमीग्रेशन-माइग्रेशन थी। ओपन श्रीणी में थीम शेड्ज ऑफ लाइफ व इतिहास तथा विरासत थे।

प्रतियोगिता के दौरान सभ्याचारक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियो ने गीतो और नृत्य के माध्यम से सभी का समां बांधा।
ये रहे विजेता
प्रतियोगिता में विभिन्न श्रेणियो में दृष्टि, दीवित अग्रवाल, नयाब, हीया अग्रवाल, अजितेश शर्मा, लखित मित्तल, लवदीप कौर, सहजमन कौर, इमरोज ङ्क्षसह, सलीना, जसजीत कौर, हर्षित शर्मा, मनप्रीत कौर, बिंद्रपाल, तरसेम ङ्क्षसह ने पहले स्थान पर आकर जीत का परचम लहराया। प्रतियोगिता में जज की भूमिका खुशबू अरोड़ा, प्रो. अमन संधू, राहुल शर्मा, आदर्शपाल सिंह, संदीप सिंह, वृंदा गोयल, जगदीप कुमार, शिवानी, मेघना धवन, प्रो. सपना बधवार, अंजलि, शिफा, युक्ति करवा, संदीप सिंह, भवदीप कोहली, इतीका गर्ग, दीप्ति कालरा, चरणजीत, ज्योति व सतनाम सिंह ने अदा की।
इस अवसर पर दीपक शर्मा, कमल शर्मा, राकेश कुमार, ऋतिका सोनी, सीमा ग्रोवर, तृप्ता शर्मा, सोनू, मनिंदर सिद्धू, मीनाक्षी, टंडन, डा. गजलप्रीत अरनेजा, हरिन्द्र भुल्लर, सुबोध कक्कड़, गुरचरण सिंह, अश्विनी शर्मा, अरनिश मोंगा, मीनश मित्तल, डा. तनजीत बेदी, संदीप सहगल, विकास गुम्बर, राकेश माहर, राजीव सेतिया, चरणजीत सिंह, जसवंत सैणी, दीपक मठपाल, असीम अग्रवाल, सोमेश, अनिल मछराल, सखुदेव ङ्क्षसह, रत्नदीप ङ्क्षसह, गौरव ग्रोवर, सौरभ नारंग, कपिल टंडन, अमित टंडन सति अन्य उपस्थित थे।
मयंक की याद में होती है प्रतियोगिता
यह प्रतियोगिता पिछले छह वर्ष से बैडमिंटन के युवा खिलाड़ी मयंक शर्मा की याद में करवाई जाती है, जिसकी वर्ष 2017 में सडक़ हादसे में दर्दनाक मौत हो गई थी। मयंक बैडमिंटन का अच्छा खिलाड़ी था और उसकी याद को ताजा रखने तथा उसके जैसे बेहतरीन बैडमिंटन प्लेयर्स तैयार करने के उद्देश्य से मयंक फाऊंडेशन का गठन हुआ । फाऊंडेशन द्वारा ना सिर्फ खेलो बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में जरूरतमंदो विद्यार्थियो को छात्रव़ृति के अलावा पेंटिंग कार्यक्रम, यातायात नियमो पर भी विशेष कार्य किया जा रहा है।
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