जालंधर में अब प्राइवेट स्कूलों की नहीं चलेगी दादागिरी, पैरेंट्स ने बनाई योजना
CBSE एफिलेटड स्कूल असोशिएशन के खिलाफ खड़ी की संस्था
जालंधर (रंगपुरी) कोरोना महामारी के दौरान पिछले साल स्कूल नहीं खुले थे और ज़्यादातर पढ़ाई ऑनलाइन हुयी थी | इस दौरान जालंधर में प्राइवेट स्कूलों ने विधियार्थियों से तो फीस पूरी वसूली लेकिन अध्यापको को आधी से भी कम तनख़ाह दी और स्कूल प्र्बंधनों के दबाव के चलते अध्यापक चुप रहे |
इस के बाद जालंधर में एमजीएन पब्लिक स्कूल, गुरु अमर दास स्कूल, सीटी पब्लिक स्कूल, सेंट सोल्जर स्कूल और अन्य स्कूलों के खिलाफ विधियार्थियों के अभिभावकों ने धरना परदर्शन भी किया | लेकिन प्राइवेट स्कूल वालों के कानो में जूं तक नहीं रेंगी | इसके पीछे सब से बड़ा कारण है इन प्राइवेट स्कूलों के द्वारा बनाई गई CBSE एफिलेटड स्कूल असोशिएशन | जिस ने हर समय अपनी दादागिरी दिखाते हुये अभिभावकों को परेशान किया | अब इन सब के खिलाफ अभिभावकों ने भी एक ग्रुप बना लिया है और रविवार को जालंधर के कंपनी बाग में सेंट सोल्जर स्कूल, सेठ हुकम चंद स्कूल, शिव ज्योति पब्लिक स्कूल, डी ए वी पुलिस स्कूल में पड़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने इकत्रित होकर मीडिया को जानकारी दी कि प्राइवेट स्कूल वाले बिना वजह इनको परेशान कर रहे है |
इस दौरान एक अभिभावक ने कहा की प्राइवेट स्कूल वाले एनुअल चार्जेस, बिल्डिंग फंड और अन्य चार्जेस के नाम से हमे परेशान करते हुये धक्का कर रहे है | जो की हम से लेने बनते नहीं हैं | पहले स्कूल वाले कहते थे कि हम यह चार्जेस नहीं लेंगे लेकिन अब हमें परेशान किया जा रहा है | इसी के चलते हम इन प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ खड़े हो गए हैं और हमने स्टैंड ले लिया हुआ है की अब हम इनको एक पैसा भी नहीं देंगे |
इस मौके अभिभावकों ने बताया की जिस तरह इन्होंने अपनी संस्था बना दादागिरी करते हुये इनके साथ धक्का किया है | इनके खिलाफ हमने भी अपनी एक एसोसिएशन बना ली है | हम इकट्ठे होकर मंगलवार को जालंधर के डीसी से मिलेंगे और जो सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिए हैं जिस की यह अवमानना कर रहे हैं कर रहे हैं | उसका डीसी साहिब के जरिये पालन करवाएगे |
आप को बता दे की CBSE एफिलेटड स्कूल असोशिएशन के प्रधान अनिल चोपड़ा ने पहले कहा था की फीस न देने वालो के ना तो रिजल्ट रुकेंगे और ना ही नाम कटेंगे | परन्तु साथ ही एक शर्त भी रख दी थी कि कोई भी अभिभावक बिना फीस दिए दूसरे किसी स्कूल में दाखिला न ले सके इस लिए TC जारी नहीं किया जाएगा | जो की सीधा सीधा धक्का और दादागिरी है |